| 1. | गुरुदेव रबींद्रनाथ टैगोर लंदन में थे।
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| 2. | प्रथम रबींद्रनाथ टैगोर सांस् कृतिक सद्भावना सम् मान-2012 प्रदान
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| 3. | “आमी चीन्ही गो चीन्ही तोमारे ओगो बिदेशिनी”-रबींद्रनाथ टैगोर
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| 4. | रबींद्रनाथ टैगोर द्वारा रचित, 'जन-गण-मन' हमारे देश भारत का राष्ट्र-गान है।
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| 5. | रबींद्रनाथ टैगोर एक कवि, उपन्यासकार, नाटककार, चित्रकार, संगीतकार और दार्शनिक थे।
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| 6. | गुरुदेव रबींद्रनाथ टैगोर ने राखी के पर्व को एकदम नया अर्थ दे दिया।
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| 7. | 9 अगस्त, 1941 को गुरुदेव रबींद्रनाथ टैगोर ने इस संसार से विदा ली।
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| 8. | उनसे पहले अर्णब चक्रबर्ती ने रबींद्रनाथ टैगोर के कुछ गीतों से वहां समा बांध दिया।
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| 9. | रबींद्रनाथ टैगोर के उपन्यास ‘नस्तानिरह ' पर आधारित इस प्रेम कहानी में पूजा गौर की नई भूमिका होगी।
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| 10. | रबींद्रनाथ टैगोर की नोबल जयी कृति ' गीतांजली ' को समझने के लिए उन्होने बंगला भी सीखा।
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